भारत में संवैधानिक विकास का इतिहास : गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2021



संविधान का निर्माण:

भारतीय संविधान का निर्माण एक संविधान सभा द्वारा 2 वर्ष 12 महीने तथा 18 दिन में किया गया था संविधान सभा की प्रथम बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई थी 11 दिसंबर 1946 को डॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष चुना गया संविधान निर्माण के पीछे मुख्य रूप से जवाहरलाल नेहरू सरदार वल्लभभाई पटेल राजेंद्र प्रसाद मौलाना अब्दुल कलाम आजाद आचार्य जेबी कृपलानी टीटी कृष्णमाचारी एवं डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का मस्तक था कुछ प्रमुख व्यक्तियों ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को संविधान का पिता का है
संपूर्ण संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था 26 जनवरी 1950 का भारत को गणतंत्र घोषित किया गया इसी लिए यह दिन प्रथम गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है तथा डॉ राजेंद्र प्रसाद को भारत का प्रथम राष्ट्रपति नियुक्त किया गया


 भारतीय संविधान के प्रमुख स्रोत:

भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है इसमें विश्व के अनेक देशों से संवैधानिक विशेषताओं को समाहित किया गया है 

 ब्रिटेन- संसदीय शासन प्रणाली

 अमेरिका- मूल अधिकार

 आयरलैंड- नीति निर्देशक तत्व

 ऑस्ट्रेलिया- प्रस्तावना की भाषा, समवर्ती सूची

 जर्मनी- राष्ट्रपति मूल अधिकारों के निलंबन की शक्ति

 कनाडा- संघीय शासन व्यवस्था

दक्षिण अफ्रीका- संविधान संशोधन की प्रक्रिया

 रूस- मूल कर्तव्य

 जापान- विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया

 फ्रांस- गणतंत्र

  राष्ट्रीय प्रतीक

  राष्ट्रीय ध्वज -  22 जुलाई 1947 को राष्ट्रीय ध्वज अपनाया गया इसमें तीन रंग केसरिया सफेद हरा तथा एक नीले रंग का चक्र जिसमें चौबीस तीलियां हैं     
 राष्ट्रीय चिन्ह- सारनाथ वाराणसी में स्थित अशोक की लाट को 26 जनवरी 1950 को भारत द्वारा अपनाया गया जिसमें मुंडकोपनिषद का सूत्र सत्यमेव जयते देवनागरी लिपि में उद्धृत है
 राष्ट्रगान- 'जन गण मन' जिसे संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को अपनाया

भारतीय संविधान का प्रारूपण 26 नवंबर 1949 को पूरा हुआ था तथा 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था  इसी दिन से गणतंत्र दिवस मनाया जाता है 


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